How to overcome any fear? आज हम बात करने वाले हैं पांच ऐसे डरों के बारे में, जो किसी इंसान के अंदर बिल्कुल नहीं होना चाहिए और मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि इन पांचों में से कोई न कोई डर आपके अंदर जरूर होगा|
इन डरों को अपने अंदर पहचानिए और उन्हें अपने जीवन से खत्म कीजिए|
यदि इन पांचों में से एक भी डर आपके के अंदर है, तो आप जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे| इसलिए इससे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है, इन डरों को अपने अंदर पहचानिए और उन्हें अपने जीवन से खत्म कीजिए|
हर इंसान अपने जीवन में किसी ना किसी चीज से जरूर डरता है, लेकिन डरने के चक्कर में वह भूल जाता है, कि उसे किस चीज से डरना है और किस चीज से नहीं डरना है| जिससे डरना होता है उससे बेफिक्र हो जाता है, और जिस से नहीं डरना होता है, उस चीज से जीवन भर डरता रहता है|
- हमें झूठ बोलने से डरना चाहिए|
- चोरी करने से डरना चाहिए|
- किसी के साथ बुरा करने से डरना चाहिए|
- किसी को धोखा देने से डरना चाहिए|
लेकिन मजेदार बात तो यह है कि इन सब को करने में हमें बहुत मजा आता है और जब इसका फल मिलता है, तो जिंदगी भर हम रोते रहते हैं

तो चलिए जानते है इन 5 डरों के बारे में, देखिएगा कि आपके अंदर कौन सा डर है| overcome any fear?
1 (फियर ऑफ़ क्रिटिसिज्म) आलोचना का डर
ये डर दुनिया का सबसे बड़ा डर है | दुनिया के 90% से ज्यादा लोग अपने पैशन को फॉलो सिर्फ इसलिए नहीं करते हैं, क्योंकि उन्हें डर लगता है कि उनके माता-पिता क्या कहेंगे, उनके भाई बहन क्या कहेंगे, उनके हस्बैंड वाइफ क्या कहेंगे, उनके बच्चे क्या कहेंगे, या फिर रिश्तेदार क्या कहेंगे|
आप सोचिए क्या आपके अंदर यह डर है| थॉमस अल्वा एडिसन की तो बचपन में ही आलोचना करके उन्हें मंदबुद्धि घोषित कर दिया था और उन्हें स्कूल से निकाल दिया था| Elon Musk (एलन मस्क) को तो आज भी लोग पागल कहते हैं क्योंकि वह इंसान को मंगल ग्रह पर बसाने की बात करते है| अमिताभ बच्चन जब अपना पहला इंटरव्यू देने के लिए गए थे, तो उन्हें लंबा और उनकी आवाज का मजाक उड़ाया गया और कहा गया कि तुम जैसा व्यक्ति कभी Actor नहीं बन सकता, यदि आपके अंदर भी डर है तो उस डर को आज ही निकालिए क्योंकि इन सभी के अंदर यह डर होता तो आज यह महान नहीं होते|
2. किसी के प्यार के खो जाने का डर
ये डर दिखता नहीं है, लेकिन सबके अंदर होता है| हर व्यक्ति सोचता है कि मेरा पति या पत्नी मुझे छोड़कर चला गया तो मेरा क्या होगा, यदि मेरा बॉयफ्रेंड, गर्लफ्रेंड मुझे छोड़कर चला गया तो मेरा क्या होगा, मेरे मुझे छोड़ कर चले गए तो मेरा क्या होगा हर इंसान यही सोचता है कि किसी के छोड़कर जाने के कारण उसका जीवन बर्बाद हो जाएगा| कई बच्चे तो बहुत ही कम उम्र में प्यार और मोहब्बत के चक्कर में पड़ जाते हैं और फिर जीवन में कोई भी बड़ा फैसला नहीं ले पाते है| क्योंकि वह डरते हैं फैसले के कारण सामने वाला इंसान उसे कहीं छोड़ कर ना चला जाए, किसी भी इंसान के अंदर किसी भी रूप में ये डर नहीं होना चाहिए| जिंदगी में कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है|
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3. गरीबी का डर
जब भी आप किसी इंसान को नया धंधा खोलने के बारे में कहेंगे, नयी skill सीखने के बारे में कहेंगे, या कहेंगे कि नयी किताबें खरीद लो, या नई टेक्नोलॉजी का उपयोग करो, तो वह पहले तो अपनी गरीबी के बारे में बताएंगे उसके बाद कहेंगे कि यदि मैच में फेल हो गया तो मेरा क्या होगा , लेकिन सोच कर देखिये कि यदि यही डर धीरूभाई अंबानी के अंदर होता तो वह कभी भी सफल नहीं हो पाते| उनका परिवार 7 लोगों का था, आर्थिक परिस्थिति ठीक ना हो पाने के कारण वह Yemen चले गए, और वहां पर जाकर ₹300 की नौकरी करने लगे, लेकिन आज रिलायंस का नाम पूरी दुनिया जानती है, इसलिए आप डरिए मत कि आप गरीब हो आप सोचिए कि उस गरीबी से बाहर कैसे निकला जाये|
4. वृद्धावस्था या फिर, मरने का डर
कई लोगों को अपने 30 से 35 साल की उम्र में ही कहते हुए सुना होगा कि, अब तो हमारी उम्र हो गई है, अब हमसे क्या होगा| यदि नेल्सन मंडेला ऐसी सोच रखते तो सोचिये दक्षिण अफ्रीका का भविष्य क्या होता| जब नेल्सन मंडेला 46 साल की उम्र के थे, तो उन्हें उम्र कैद की सजा हो गई| 27 साल जेल में रहे, लेकिन 74 साल की उम्र में जेल से बाहर निकले और दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के इतिहास को बदल डाला| यदि वो भी ऐसी सोच रखते, तो कभी भी सफल नहीं हो पाते|
5. बीमारी का डर (overcome any fear)
कई लोग जन्म से ही दिव्यांग होते है और कई लोग परिस्थितियों के कारण बाद में दिव्यांग बन जाते है| कई लोग डरते है कि, हमें कोई बड़ी बीमारी ना हो जाए और इसी बात को आधार बनाकर कई लोग अपना धंधा चला रहे हैं और धंधा चलाते चलाते वो अपनी पॉलिसीज बेचते है, दवाइयां बेचते है, और आपको बीमारी के नाम पर डराते है|
“मुझे मरने से डर नहीं लगता और ना ही मुझे मरने की जल्दी है, लेकिन मरने से पहले बहुत कुछ अच्छा करना चाहता हू”
वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंस
यह कहना था, महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंस का वह बचपन में बिल्कुल ठीक थे, लेकिन जब अट्ठारह साल के हुए तो उन्हें दैनिक कार्यों को करने में दिक्कत होने लगी| एक दिन वह बेहोशी के कारण गिर पड़े और जब उठे तो उनके आधे शरीर ने काम करना बंद कर दिया| डॉक्टर्स ने कहा कि, अभी ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह सकते, धीरे-धीरे करके उनके पूरे शरीर ने काम करना बंद कर दिया, लेकिन उनका दिमाग था, जो हमेशा चलता रहा और यही वह महान वैज्ञानिक है जिन्होंने बाद में जाकर ब्लैक होल थ्योरी (Black hole theory) को पूरी दुनिया के सामने लाए|
आप आजही ढूंढिए इन पांचों डरो में से आपके अंदर कोनसा डर है, और उन्हें अपनी जिंदगी से दूर कीजिए overcome any fear |